तेहरान (tehran): इजरायल (Israel) के साथ युद्ध जैसे हालात के बीच ईरान (Iran) के राष्ट्रपति इब्राहिम राईसी (Ibrahim Raisi) का जोरदार करने पर अमेरिका (America) ने पाकिस्तान (Pakistan) की शहबाज सरकार को खुली धमकी (threat) दी है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी करके पाकिस्तान और ईरान के बीच बिजनस डील पर ‘प्रतिबंधों के संभावित खतरे’ की चेतावनी दी।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना ही कहा, ‘हम ऐसे सभी देशों को सलाह दे रहे हैं जो ईरान के साथ बिजनस करने पर विचार कर रहे हैं। ऐसे देशों को प्रतिबंधों के संभावित खतरे के प्रति जागरूक रहना चाहिए।’ अमेरिकी प्रवक्ता ने पाकिस्तान के साथ व्यापार पर कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा निर्यात बाजार है। यही नहीं अमेरिका पाकिस्तान में निवेश करने वाले सबसे निवेशकों में शामिल है।
अमेरिका ने पाकिस्तान को दी चेतावनी
अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा, ‘हम पिछले 20 साल से पाकिस्तान में सबसे बड़े निवेशक हैं। पाकिस्तान की आर्थिक सफलता हमारे भी हित में है और हम अपनी भागीदारी को बनाए रखने को लेकर आशान्वित हैं।’ इस तरह से उन्होंने पाकिस्तान और अमेरिका के बीच आर्थिक रिश्तों के महत्व पर जोर दिया। पाकिस्तान और ईरान के बीच बढ़ती नजदीकी पर अमेरिका प्रवक्ता ने बिना पाकिस्तान का नाम लिए ही प्रतिबंधों की धमकी दे दी। उन्होंने कहा कि दुनिया में ईरान की दुनिया में स्थिति को देखते हुए प्रतिबंधों का खतरा रहेगा।
पाकि के इतिहास में ईरान के साथ रिश्ते चरण में पहुंचे
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह धमकी ऐसे समय पर दी है जब पाकिस्तान के इतिहास में ईरान के साथ रिश्ते सबसे महत्वपूर्ण चरण में पहुंच गए हैं और दोनों ही देश अपने रिश्ते को भाईचारे वाला बनाना चाहते हैं। वह भी तब जब कुछ समय पहले ही दोनों ही देशों ने एक-दूसरे के इलाके पर मिसाइलें दागी थीं। पाकिस्तान अब ईरान के साथ गैस पाइपलाइन पर काम करना चाहता है लेकिन अमेरिका इसके लिए मंजूरी नहीं दे रहा है। इससे आने वाले समय में पाकिस्तान पर अमेरिकी प्रतिबंध लग सकते हैं।
ईरानी राष्ट्रपति का पाकिस्तान दौरा क्यों अहम?
इससे पहले ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी सोमवार को पाकिस्तान की तीन दिन की यात्रा पर इस्लामाबाद पहुंचे। मौजूदा भू-राजनीतिक परिस्थितियों में उनकी यह यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इजरायल के साथ जारी संघर्ष और अमेरिका के साथ ईरान के तल्ख संबंधों के कारण पश्चिमी दुनिया, तथा अन्य देश भी, इस यात्रा पर करीबी नजर रख रहे हैं। उन्हें प्रधानमंत्री आवास ले जाया गया जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से मुलाकात की।
तेहरान देता है इस्लामाबाद को खास महत्व
रईसी एक दिन इस्लामाबाद में बिताएंगे और फिर मंगलवार को लाहौर की यात्रा के बाद बुधवार को कराची जाएंगे। राजनीतिक विश्लेषक कामरान यूसुफ ने कहा, “क्षेत्र में उथल-पुथल के बावजूद, ईरानी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान का दौरा करने का फैसला किया है। इससे पता चलता है कि तेहरान इस्लामाबाद को कितना महत्व देता है।” उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा न केवल दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारेगी, खासकर पाकिस्तान के अंदर तेहरान के हमले के जवाब में पाकिस्तान द्वारा ईरानी क्षेत्र के अंदर हवाई हमले करने के बाद, बल्कि आर्थिक सहयोग की पहल को आगे बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण होगी।