बांग्लादेश में अलकायदा का खतरा, शेख मुजीबुर रहमान के घर पर आईएसआई के निर्देश पर तोड़फोड़

बांग्लादेश के संस्थापक और राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान के घर में इन दिनों तोड़फोड़ और लूटपाट की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. इस हिंसक घटनाक्रम के पीछे आतंकवादी संगठन अलकायदा, हिज्ब-उत-तहरीर और अंसार इस्लाम का हाथ बताया जा रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इन आतंकी संगठनों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी, इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से मदद मिल रही है.

Date Updated
फॉलो करें:
Courtesy: social media

बांग्लादेश के संस्थापक और राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान के घर में इन दिनों तोड़फोड़ और लूटपाट की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. इस हिंसक घटनाक्रम के पीछे आतंकवादी संगठन अलकायदा, हिज्ब-उत-तहरीर और अंसार इस्लाम का हाथ बताया जा रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इन आतंकी संगठनों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी, इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) से मदद मिल रही है.

तोड़फोड़ की घटनाएं और आतंकवादी संगठनों का हाथ

शेख मुजीबुर रहमान का घर, जो बांग्लादेश के ऐतिहासिक स्थल के रूप में जाना जाता है, अब आतंकवादियों के निशाने पर है. हाल के दिनों में आतंकवादी समूहों ने इस प्रतिष्ठित घर को निशाना बनाते हुए तोड़फोड़ की है और वहां से कीमती सामान भी लूट लिया है. इन आतंकी संगठनों का मकसद सिर्फ तोड़फोड़ नहीं, बल्कि राजनीतिक अस्थिरता पैदा करना और शेख मुजीबुर रहमान की विरासत को नष्ट करना है.

पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी की संदिग्ध भूमिका

सूत्रों के मुताबिक, ये आतंकवादी संगठन आईएसआई की सहायता से अपने खतरनाक मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी का समर्थन और संचालन इन हमलों के पीछे एक बड़ा कारण माना जा रहा है. बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता और तनाव बढ़ाने की साजिश के तहत यह हमला किया गया है.

बांग्लादेश सरकार और सुरक्षा बलों का जवाब

बांग्लादेश की सरकार और सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को लेकर गंभीर हैं. सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करते हुए कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच तेज कर दी है. सरकार ने इस हमले के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और देशवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

अलकायदा और अन्य आतंकी संगठनों का बढ़ता प्रभाव

बांग्लादेश में अलकायदा और अन्य आतंकवादी संगठनों की सक्रियता बढ़ती जा रही है. शेख मुजीबुर रहमान के घर पर हमले से यह साफ हो गया है कि इन संगठनों के समर्थन और फंडिंग में कोई कमी नहीं है. बांग्लादेश के लिए यह एक बड़ी चुनौती बन चुका है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सुरक्षा उपायों की जरूरत महसूस हो रही है. 

बांग्लादेश में आतंकवादी गतिविधियों का बढ़ना, विशेषकर शेख मुजीबुर रहमान के घर पर हुए हमले ने सुरक्षा बलों और सरकार के लिए गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. आईएसआई और आतंकवादी संगठनों के गठजोड़ से बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति पर गंभीर असर पड़ सकता है, और इसके लिए वैश्विक समुदाय को भी सक्रिय रूप से कदम उठाने की आवश्यकता है.

(इस खबर को सलाम हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की हुई है)