World Cancer Day: ल्यूकेमिया एक प्रकार का रक्त कैंसर है, जो शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं (WBC) के असामान्य रूप से बढ़ने के कारण होता है. यह एक गंभीर बीमारी है, लेकिन समय पर पहचान और सही इलाज से इसे नियंत्रित किया जा सकता है. वर्ल्ड कैंसर डे के अवसर पर, आइए जानते हैं ल्यूकेमिया के लक्षण, कारण और इसके इलाज के बारे में विस्तार से.
ल्यूकेमिया क्या है?
ल्यूकेमिया तब होता है जब असामान्य सफेद रक्त कोशिकाएं तेजी से बढ़ने लगती हैं और स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं. यह बीमारी धीरे-धीरे (क्रोनिक) या अचानक (एक्यूट) रूप से विकसित हो सकती है. यह मुख्य रूप से बोन मैरो (अस्थि मज्जा) और रक्त को प्रभावित करता है.
ल्यूकेमिया के लक्षण
अगर शरीर में ल्यूकेमिया विकसित हो रहा है, तो कुछ सामान्य लक्षण दिखाई दे सकते हैं, जिन पर तुरंत ध्यान देना जरूरी है—
क्या ल्यूकेमिया का इलाज संभव है?
आज के समय में ल्यूकेमिया का इलाज संभव है, बशर्ते इसका निदान शुरुआती चरण में हो जाए. इसके इलाज के कुछ प्रमुख विकल्प इस प्रकार हैं—
कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है.
कैंसर प्रभावित क्षेत्रों पर रेडिएशन किरणों का प्रयोग किया जाता है.
स्वस्थ बोन मैरो ट्रांसप्लांट करके रोगी को नया जीवन दिया जा सकता है.
इस थेरेपी में कैंसर कोशिकाओं को खास तौर पर निशाना बनाया जाता है.
ल्यूकेमिया एक घातक बीमारी हो सकती है, लेकिन समय पर सही लक्षणों की पहचान और उचित इलाज से इसे हराया जा सकता है. अगर आप या आपके किसी परिचित में इन लक्षणों में से कोई भी नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.