दूध और घी ज्यादा खाना शरीर के लिए क्यों है हानिकारक? जानिए क्या कहते है एक्सपर्ट

दूध और घी भारतीय खानपान का अहम हिस्सा रहे हैं. ये दोनों पदार्थ प्राचीन समय से हमारे भोजन का हिस्सा रहे हैं और इनका सेवन शरीर के लिए लाभकारी माना जाता है. पहले के समय में दूध और घी का सेवन शरीर को ताकतवर और स्वस्थ रखने के लिए किया जाता था. आज भी दादी-नानी बच्चों को दूध और घी देने की सलाह देती हैं, ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से हो सके. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि बढ़ती उम्र के साथ इन दोनों का अधिक सेवन शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है. आइये, जानते हैं कि ज्यादा दूध और घी क्यों नहीं खाना चाहिए, इस पर क्या कहते हैं आयुर्वेदिक और मेडिकल एक्सपर्ट.

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Milk And Ghee : दूध और घी भारतीय खानपान का अहम हिस्सा रहे हैं. ये दोनों पदार्थ प्राचीन समय से हमारे भोजन का हिस्सा रहे हैं और इनका सेवन शरीर के लिए लाभकारी माना जाता है. पहले के समय में दूध और घी का सेवन शरीर को ताकतवर और स्वस्थ रखने के लिए किया जाता था. आज भी दादी-नानी बच्चों को दूध और घी देने की सलाह देती हैं, ताकि उनका शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से हो सके. हालांकि, एक्सपर्ट्स का कहना है कि बढ़ती उम्र के साथ इन दोनों का अधिक सेवन शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है. आइये, जानते हैं कि ज्यादा दूध और घी क्यों नहीं खाना चाहिए, इस पर क्या कहते हैं आयुर्वेदिक और मेडिकल एक्सपर्ट.

दूध और घी के फायदे और नुकसान

दूध और घी में भरपूर पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिनसे शरीर को फायदा मिलता है. इनमें कैल्शियम, प्रोटीन और जरूरी विटामिन्स होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और शरीर की सेहत को बनाए रखते हैं. लेकिन, इनका अत्यधिक सेवन शरीर पर प्रतिकूल असर डाल सकता है. जैसे पहले के समय में लोग शारीरिक श्रम करते थे, जिससे शरीर इन पदार्थों को आसानी से पचा लेता था, लेकिन आजकल की जीवनशैली में ऐसा नहीं होता.

वजन बढ़ना और मोटापा

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. किरण गुप्ता के अनुसार, दूध और घी में प्राकृतिक रूप से फैट की मात्रा अधिक होती है. अधिक मात्रा में इनका सेवन करने से शरीर में अतिरिक्त कैलोरी जमा हो सकती है, जो धीरे-धीरे वजन बढ़ाने का कारण बन सकती है. शरीर में जमा होने वाला फैट मोटापे का कारण बनता है, और मोटापा हृदय रोग, डायबिटीज और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों को जन्म दे सकता है.

हृदय रोग का खतरा

घी में सैचुरेटेड फैट की अधिकता होती है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को बढ़ा सकता है. यह कोलेस्ट्रॉल आर्टरी में जमा होकर प्लाक बना सकता है, जो रक्त प्रवाह को प्रभावित करता है और हृदय रोगों का कारण बनता है. इससे दिल की धमनियां संकुचित हो सकती हैं, जिससे हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.

पाचन संबंधी समस्याएं

अगर आप अधिक मात्रा में दूध और घी का सेवन करते हैं, तो यह आपके पाचन तंत्र पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है. जिन लोगों को लैक्टोज इनटॉलेरेंस है, उन्हें दूध पचाने में कठिनाई होती है, जिससे पेट में गैस, दर्द, डायरिया और सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. घी का अधिक सेवन अपच और कब्ज की समस्या को भी बढ़ा सकता है.

लिवर और किडनी पर असर

दूध और घी का अत्यधिक सेवन लिवर और किडनी पर अतिरिक्त दबाव डाल सकता है. ज्यादा फैट के कारण फैटी लिवर जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. इसके अलावा, अधिक कैल्शियम और प्रोटीन के सेवन से किडनी पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे किडनी में पथरी और अन्य समस्याएं हो सकती हैं.

दूध और घी, यदि संतुलित मात्रा में सेवन किए जाएं, तो यह शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं. लेकिन इनका अत्यधिक सेवन कई शारीरिक समस्याओं का कारण बन सकता है. इसलिए, इन पदार्थों का सेवन सही मात्रा में करना चाहिए, ताकि शरीर को लाभ हो और स्वास्थ्य बनाए रखा जा सके.