रोजाना रात में 11 बजे के बाद सोने से क्या होता हैं?, कितना पड़ता है सेहत पर असर

आजकल के व्यस्त जीवनशैली में लोगों की नींद के समय में बदलाव आ गया है. ज्यादातर लोग रात में देर तक जागते हैं और फिर 11 बजे के बाद सोने की आदत डाल लेते हैं. हालांकि, यह आदत धीरे-धीरे सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है.

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Courtesy: social media

Side Effects Of Sleeping Late At Night : आजकल के व्यस्त जीवनशैली में लोगों की नींद के समय में बदलाव आ गया है. ज्यादातर लोग रात में देर तक जागते हैं और फिर 11 बजे के बाद सोने की आदत डाल लेते हैं. हालांकि, यह आदत धीरे-धीरे सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है. तो क्या रात में 11 बजे के बाद सोना सेहत के लिए नुकसानदायक है?

देर रात सोने से नींद की गुणवत्ता पर असर

डॉ. के अनुसार, रात 11 बजे के बाद सोने से शरीर का बायोलॉजिकल क्लॉक डिस्टर्ब हो सकता है. इससे गहरी और आरामदायक नींद नहीं मिल पाती. जब नींद की गुणवत्ता खराब होती है, तो सुबह थकान और सुस्ती महसूस होती है, और यह पूरे दिन की ऊर्जा को प्रभावित करता है. रात की अच्छी नींद हमारे शरीर को मानसिक और शारीरिक रूप से आराम देने में मदद करती है.

मेंटल हेल्थ पर असर

डॉ. ने बताया कि देर रात तक जागने से मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. जब ब्रेन को सही समय पर आराम नहीं मिलता, तो स्ट्रेस और एंग्जायटी बढ़ सकती है. इसके परिणामस्वरूप मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और फोकस की कमी हो सकती है, जो दैनिक जीवन की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं. 

इम्यून सिस्टम पर असर

एक्सपर्ट के अनुसार, नींद शरीर की रिकवरी के लिए आवश्यक होती है. देर रात सोने से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे शरीर बीमारियों के प्रति संवेदनशील हो सकता है. अच्छी नींद हमारे शरीर को ठीक से काम करने में मदद करती है, और यदि यह आदत नियमित बन जाए, तो स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं. 

मेटाबॉलिज्म और वजन पर असर

रात देर तक जागने से मेटाबॉलिज्म और वजन पर भी असर पड़ता है. डॉ. ने कहा कि रात में ज्यादा जागने वाले लोग अक्सर अनहेल्दी स्नैक्स खाते हैं, जिससे वजन बढ़ने की संभावना रहती है. इसके साथ ही, मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है, जिससे शरीर का ऊर्जा स्तर और पाचन प्रणाली कमजोर हो सकती है. 

प्रोडक्टिविटी पर नकारात्मक प्रभाव

देर से सोने की आदत का असर हमारे कामकाजी जीवन पर भी पड़ता है. इससे मानसिक थकान और कम ऊर्जा का अनुभव होता है, जो प्रोडक्टिविटी को प्रभावित करता है. स्टूडेंट्स के लिए यह आदत और भी ज्यादा हानिकारक हो सकती है क्योंकि यह उनकी पढ़ाई पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है. 

रात 11 बजे के बाद सोने की आदत सेहत पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है. अच्छी सेहत के लिए 7-8 घंटे की पूरी नींद लेना बहुत जरूरी है. यदि आप रात में जल्दी सोने की आदत डालें, तो इससे आपकी ऊर्जा, मानसिक स्थिति और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है.