How to increase Platelets: प्लेटलेट्स को रक्त कोशिकाएं भी कहा जाता है, हमारे शरीर में रक्त के थक्के बनाने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं. जब शरीर में इनकी संख्या कम हो जाती है, तो इसे थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहा जाता है. इस स्थिति में चोट लगने पर रक्तस्राव जल्दी नहीं रुकता, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.
प्लेटलेट्स की कमी के प्रमुख लक्षण
शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
1. वायरल संक्रमण: डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया और हेपेटाइटिस जैसे वायरस प्लेटलेट्स की संख्या कम कर सकते हैं.
2. ऑटोइम्यून डिसऑर्डर: इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी के कारण शरीर अपने ही प्लेटलेट्स को नष्ट करने लगता है.
3. अस्थि मज्जा की समस्याएं: बोन मैरो ठीक से काम न करने पर नई प्लेटलेट्स नहीं बन पातीं.
4. दवाओं के साइड इफेक्ट: कुछ एंटीबायोटिक्स और कैंसर की दवाएं प्लेटलेट्स की संख्या को प्रभावित कर सकती हैं.
5. पोषण की कमी: विटामिन B12, फोलिक एसिड और आयरन की कमी से भी प्लेटलेट्स का स्तर गिर सकता है.
प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने के लिए उपाय
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर प्लेटलेट्स की संख्या 50,000 से नीचे चली जाए और अत्यधिक रक्तस्राव, चक्कर या कमजोरी महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. समय पर सही इलाज से गंभीर स्थितियों से बचा जा सकता है.