Breast Cancer: कम उम्र की लड़कियों में बढ़ रहे ब्रेस्ट कैंसर के मामले, कैसे पता करें?

Breast Cancer: ब्रेस्ट कैंसर अब सिर्फ उम्र से जुड़ा नहीं है, बल्कि खराब जीवनशैली के कारण युवा महिलाएं भी इसकी चपेट में आ रही हैं. धूम्रपान, मोटापा, देर से बच्चे पैदा करना और जेनेटिक कारण इसके प्रमुख कारण हैं. जागरूकता, नियमित जांच, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इससे बचाव संभव है.

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Courtesy: Social Media

Breast Cancer: आज के समय में ब्रेस्ट कैंसर की समस्या सिर्फ उम्र से नहीं जुड़ी है, बल्कि आज की खराब जीवनशैली के कारण युवा महिलाएं भी इसका शिकार हो रही हैं. हाल के कुछ सालों में बड़ी संख्या में युवा महिलाओं को यह जानलेवा बीमारी हो रही है. खासकर 30-40 साल की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.

कैंसर सर्जन ने कहा कि महिलाएं आमतौर पर ब्रेस्ट कैंसर की जांच उम्र बढ़ने पर कराती हैं, क्योंकि माना जाता है कि यह बीमारी देर से होती है. इस कारण युवा महिलाएं मैमोग्राफी नहीं करवातीं. लेकिन हालिया अध्ययन बताते हैं कि अब 40 साल से कम उम्र की महिलाओं में भी ब्रेस्ट कैंसर तेजी से बढ़ रहा है.

ब्रेस्ट कैंसर के बढ़ने के कारण

कैंसर सर्जन ने कहा कि खराब जीवनशैली इसका प्रमुख कारण है. इसमें धूम्रपान, मोटापा, देर से बच्चे पैदा करना, ब्रेस्ट फीडिंग न करवाना, जेनेटिक कारण, जल्दी पीरियड्स शुरू होना और देर से मेनोपॉज होना शामिल हैं. ये सभी कारण ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं. इसलिए जरूरी है कि 30 साल के बाद महिलाएं मैमोग्राफी करवाएं या सेल्फ एग्जामिनेशन करें, ताकि समय पर इसका पता लग सके.

ब्रेस्ट कैंसर से उत्पन्न चुनौतियां

ब्रेस्ट कैंसर किसी भी महिला के जीवन पर गहरा असर डालता है, खासकर युवा महिलाओं के मामले में. इसके इलाज से प्रजनन क्षमता पर असर पड़ता है, जिससे मां न बनने की चिंता होती है. इसके अलावा, इलाज के दौरान करियर, शिक्षा और रिश्ते भी प्रभावित होते हैं, जिससे तनाव बढ़ता है. इलाज का डर और इसके साइड इफेक्ट्स भी मानसिक रूप से महिलाओं को परेशान करते हैं.

जागरूकता की जरूरत

हर महिला को इस बीमारी के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है. समय-समय पर जांच करवाने से इस बीमारी का खतरा कम किया जा सकता है. जल्दी जांच होने पर इलाज भी आसान हो जाता है, जबकि देर से पता चलने पर समस्याएं बढ़ सकती हैं.

ब्रेस्ट कैंसर से बचाव कैसे करें-

  • स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं.
  •  धूम्रपान से बचें. 
  • अगर परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ हो तो अपनी भी नियमित जांच करवाएं. 
  • सेल्फ एग्जामिनेशन करें. 
  • हर दो साल में मैमोग्राफी करवाएं. 
  • रोजाना व्यायाम करें और वजन नियंत्रित रखें.