Ravi Kishan: रवि किशन एक ऐसा नाम है जो भोजपुरी इंडस्ट्री से लेकर हॉलीवुड तक मशहूर है. उन्होंने सबसे ज्यादा हिंदी फिल्मों में काम किया है. इस साल वो फिल्म 'लापता लेडीज' में नजर आए थे. इस फिल्म को ऑस्कर के लिए नॉमिनेट किया गया है. साथ ही इस साल वो अजय देवगन स्टारर फिल्म सिंघम अगेन में भी नजर आए थे. फिल्मों के साथ-साथ रवि किशन राजनीति में भी जाने जाते हैं.
हालांकि, रवि किशन का यह सफर आसान नहीं रहा. अपने शुरुआती करियर में उन्होंने कई कठिनाइयों का सामना किया. हाल ही में एक पॉडकास्ट में उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को याद किया. उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में निर्माता-निर्देशक उनसे काम तो कराते थे, लेकिन पैसे नहीं देते थे.
उधार की जिंदगी से जुड़ा किस्सा
रवि किशन ने अपने सबसे मुश्किल दौर का जिक्र करते हुए 1994 में रिलीज हुई फिल्म 'उधार की जिंदगी' का किस्सा साझा किया. इस फिल्म में उनके साथ जितेंद्र, काजोल और मौसमी चटर्जी जैसे बड़े कलाकार थे. उन्होंने बताया कि फिल्म के लिए उनकी 75,000 रुपये में बात हुई थी. शूटिंग पूरी हो चुकी थी, लेकिन डबिंग के समय तक उन्हें केवल 8,000 रुपये मिले थे.
जब उन्होंने निर्माता से पूरी फीस की बात की, तो उन्हें कहा गया कि पैसा दूंगा तो रोल काट दूंगा, अब डिसाइड कर लो. इस पर रवि किशन ने अपनी भूमिका को बचाने के लिए पैसे छोड़ दिए. इस घटना के बाद रवि किशन बाइक पर बैठकर फूट-फूट कर रोए. हालांकि, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और संघर्ष जारी रखा. आज वह न केवल एक सफल अभिनेता हैं, बल्कि लाखों लोगों के लिए प्रेरणा भी हैं.