Chiranjeevi: 'फिर से लड़की न हो...', चिरंजीवी ने बेटे को लेकर दिया बयान, शुरू हुआ विवाद

इस मंगलवार को हैदराबाद में एक फिल्म समारोह में जब चिरंजीवी को अपनी पोतियों के साथ एक तस्वीर दिखाई गई, तो उन्होंने मज़ाक में कहा कि उन्हें महिला छात्रावास की वार्डन जैसा महसूस हो रहा है, क्योंकि घर में हर जगह लड़कियां हैं.

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Chiranjeevi: इस मंगलवार को हैदराबाद में एक फिल्म समारोह में जब चिरंजीवी को अपनी पोतियों के साथ एक तस्वीर दिखाई गई, तो उन्होंने मज़ाक में कहा कि उन्हें महिला छात्रावास की वार्डन जैसा महसूस हो रहा है, क्योंकि घर में हर जगह लड़कियां हैं. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस बार राम चरण को एक लड़का होगा जो हमारे वंश को आगे बढ़ाएगा. वह अपनी बेटी से बहुत प्यार करते हैं, लेकिन मुझे चिंता है कि उन्हें फिर से एक लड़की हो सकती है. प्यारे बच्चे!

विपक्षी नेताओं ने क्या कहा 

कांग्रेस सांसद जेबी मैथर ने इसे "दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण" बताया. उन्होंने कहा कि यह कहना कि केवल लड़का ही विरासत को आगे बढ़ा सकता है, बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. लड़के और लड़कियां दोनों हमारी पूंजी हैं. हमें गर्व होना चाहिए कि वे अच्छे इंसान बनें और समाज के लिए बेहतरीन कार्य करें. सीपीआई-एम नेता बृंदा करात ने भी चिरंजीवी के बयान को आपत्तिजनक करार दिया. 

उन्होंने कहा कि यह बेहद निराशाजनक है जब प्रसिद्ध हस्तियां इस तरह की लिंग भेदी और रूढ़िवादी बातें करती हैं. हमारे देश में पहले से ही लड़कों की प्राथमिकता के कारण लिंगानुपात असंतुलित है. इस तरह की मानसिकता महिलाओं पर बेटे को जन्म देने का दबाव डालती है. उन्होंने आगे कहा कि शायद चिरंजीवी ने यह मजाक में कहा हो, लेकिन ऐसे बयान गंभीर असर डाल सकते हैं. यह वही मानसिकता है जो महिलाओं को लिंग परीक्षण और कन्या भ्रूण हत्या की ओर धकेलती है. उन्हें इस पर माफी मांगनी चाहिए.

सोशल मीडिया पर भी फूटा गुस्सा

चिरंजीवी के इस बयान पर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कई यूजर्स ने इसे "पुरानी सोच" बताते हुए निंदा की और कहा कि विरासत केवल लड़कों तक सीमित नहीं होती. चिरंजीवी का बयान हल्के-फुल्के अंदाज में दिया गया हो सकता है, लेकिन इससे समाज में पहले से मौजूद लैंगिक भेदभाव को बढ़ावा मिलने का खतरा है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या हमें अभी भी बेटे-बेटियों के बीच भेदभाव को बढ़ावा देने वाले विचारों पर रोक लगाने की जरूरत है?