अमरन फिल्म के निर्देशक ने मेजर मुकुंद की जाति का नहीं किया खुलासा, परिवार ने रखी थी शर्त

Amaran movie director: फिल्म अमरन के निर्देशक राजकुमार पेरियासामी ने मेजर मुकुंद की जाति का उल्लेख न करने का निर्णय परिवार के अनुरोध पर लिया. मेजर की पत्नी और माता-पिता ने उन्हें केवल तमिल और भारतीय पहचान देने का आग्रह किया था. अशोक चक्र विजेता मेजर मुकुंद के जीवन पर आधारित इस फिल्म को दर्शकों और आलोचकों से सराहना मिल रही है.

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राजकुमार पेरियासामी द्वारा निर्देशित फिल्म अमरन, जिसमें अभिनेता शिवकार्तिकेयन और साईं पल्लवी ने मेजर मुकुंद वरदराजन और सिंधु रेबेका वर्गीस की भूमिका निभाई है, 31 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई. हालाँकि, कुछ दर्शकों ने नाराजगी जताई कि फिल्म में मेजर मुकुंद की जाति का जिक्र नहीं किया गया था. निर्देशक ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि यह निर्णय उन्होंने मेजर के परिवार के अनुरोध पर लिया था.

शिवकार्तिकेयन में हमने पाया

निर्देशक राजकुमार पेरियासामी ने बताया कि मेजर मुकुंद की पत्नी सिंधु और उनके माता-पिता ने उनसे फिल्म बनाते समय कुछ विशेष आग्रह किए थे. इंडिया टुडे के अनुसार, निर्देशक ने कहा, "सिंधु का केवल एक ही अनुरोध था कि मुकुंद का किरदार निभाने वाला कलाकार तमिल संस्कृति से गहरा संबंध रखता हो. शिवकार्तिकेयन में हमने वह पाया. वह चाहती थीं कि फिल्म में तमिल पहचान बनी रहे."

उन्होंने यह भी बताया कि मेजर मुकुंद के माता-पिता ने उनसे अनुरोध किया था कि फिल्म में मुकुंद को भारतीय के रूप में ही दर्शाया जाए. निर्देशक ने कहा, "मुकुंद के माता-पिता का कहना था कि वह केवल भारतीय और तमिलियन के रूप में ही अपनी पहचान रखते थे और उनकी यही पहचान फिल्म में होनी चाहिए." निर्देशक ने कहा कि मेजर मुकुंद का परिवार हमेशा से उनकी जाति को लेकर कोई उल्लेख नहीं चाहता था, बल्कि उन्हें सिर्फ़ एक आर्मी मैन के रूप में याद किया जाना पसंद था.

अशोक चक्र पुरस्कार विजेता है मेजर मुकुंद

अमरन एक बायोपिक है जो अशोक चक्र पुरस्कार विजेता मेजर मुकुंद के जीवन पर आधारित है. 2014 में आतंकवाद विरोधी अभियान में शहीद हुए मेजर मुकुंद ने भारतीय सेना के प्रति अपनी अटूट निष्ठा और देशप्रेम का परिचय दिया था. 2009 में सिंधु से विवाह के बाद, उनकी बेटी अर्शिया मुकुंद का 2011 में जन्म हुआ. इस फिल्म का निर्माण शिव अरूर और राहुल सिंह की किताब 'इंडियाज मोस्ट फियरलेस: ट्रू स्टोरीज ऑफ मॉडर्न मिलिट्री हीरोज' पर किया गया है, जिसमें कई समर्पित सैनिकों की बहादुरी की कहानियाँ संकलित हैं.

फिल्म अमरन को आलोचकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है और इसे दर्शकों के बीच सराहा जा रहा है. निर्देशक राजकुमार पेरियासामी के इस निर्णय ने दर्शकों के एक हिस्से को भले ही असमंजस में डाला हो, परंतु इसने देश और समाज में भारतीयता की भावना को मजबूती से उकेरा है.