भोजपुरी सिनेमा की सबसे हाइएस्ट पेड एक्ट्रेस रानी चटर्जी ने अपनी जर्नी और संघर्ष के बारे में खुलकर बात की है. रानी, जिन्हें अब भोजपुरी इंडस्ट्री की स्टार एक्ट्रेस के रूप में पहचाना जाता है, ने बताया कि इस मुकाम तक पहुँचने के लिए उन्हें कितनी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. हालांकि, जब उनकी डेब्यू फिल्म हिट हुई थी, तब भी उन्हें हीरोइन मटेरियल नहीं माना गया था, और उनके बारे में कई तरह की नकारात्मक टिप्पणियाँ की जाती थीं.
रानी चटर्जी के संघर्ष की कहानी
रानी चटर्जी ने एक इंटरव्यू में बताया कि शुरुआत में कई एक्टर्स और फिल्म इंडस्ट्री के लोग उन्हें इस तरह से देखते थे कि वह हीरोइन की भूमिका के लिए उपयुक्त नहीं हैं. उन्हें यह सुनने को मिलता था कि "तुम हीरोइन जैसी नहीं दिखती," और ऐसे बयान उनके आत्मविश्वास को कई बार तोड़ते थे. इन टिप्पणियों ने रानी को निराश किया, लेकिन उन्होंने हार मानने के बजाय उन्हें अपने करियर को और मजबूत बनाने के लिए प्रेरणा के रूप में लिया.
कड़ी मेहनत से हासिल किया मुकाम
रानी चटर्जी का मानना है कि सच्चे संघर्ष और मेहनत के बिना किसी को भी सफलता नहीं मिलती. उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से न सिर्फ खुद को साबित किया, बल्कि इंडस्ट्री में भी अपनी एक खास पहचान बनाई. उनका कहना है, "मुझे शुरू में खुद को साबित करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा. लोग मुझे हीरोइन के रूप में स्वीकार नहीं कर रहे थे, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी और समय के साथ मैंने सबको यह साबित किया कि मैं भी इस इंडस्ट्री की हकदार हूं."
भोजपुरी सिनेमा में योगदान
रानी चटर्जी का मानना है कि भोजपुरी सिनेमा में उनके योगदान ने न सिर्फ उन्हें एक स्टार बना दिया, बल्कि इस इंडस्ट्री को भी एक नया मुकाम हासिल किया. वह कहती हैं, "मेरे लिए यह केवल एक फिल्म या रोल का सवाल नहीं था, यह मेरे आत्म-सम्मान और संघर्ष का प्रतीक था."
वर्तमान सफलता और आगे की राह
आज रानी चटर्जी भोजपुरी सिनेमा की सबसे पॉपुलर और हाइएस्ट पेड एक्ट्रेस हैं. उन्होंने अपनी मेहनत, लगन और पेशेवर रवैये से इंडस्ट्री में एक अहम स्थान हासिल किया है. वह अब भी लगातार अपनी भूमिकाओं में विविधता और चुनौतीपूर्ण किरदार निभाने की कोशिश करती हैं और अपने दर्शकों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का लक्ष्य रखती हैं.